हिंदी दिवस (14 सितंबर) पर विशेष
गीत
भारत की पहचान है, हिंदी हमारी शान है।
राष्ट्र-चेतना सबमें भरती,
एक सूत्र में सबको पिरोती
आलोकित हो रही दिशाएं
ऐसी जगमग इसकी ज्योति
संस्कृत की इस जाया पर, हम सबको अभिमान है।
भारत में कितनी भाषाएं
ये हम सबकी हैं आशाएं
भाषा की समृद्ध यह थाती
और कहां जग में हम पाएं
देती शक्ति एकजुट होकर, हिंदी बनी बलवान है।
विश्व भाल पर जगमग करती
ऐसी है स्वर्णिम यह बिंदी
मानवता का संदेश सुनाती
है जग को यह अपनी हिंदी
उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम, इसका ही गुणगान है।
-विनोद कुमार पाठक
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